चीनी वैज्ञानिकों ने विशेष "चंद्र ईंटों" का विकास शुरू कर दिया है जो भविष्य में चंद्रमा पर इमारतों का आधार बन सकती हैं। ये ईंटें चंद्रमा की धूल और मिट्टी जैसी सामग्री से बनाई गई हैं, जिससे इन्हें सीधे चंद्रमा पर उत्पादित किया जा सकेगा, जिससे पृथ्वी से निर्माण सामग्री के परिवहन की लागत कम हो जाएगी।
नेशनल सेंटर फॉर टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन ऑफ डिजिटल बिल्डिंग्स के चाउ चेंग के नेतृत्व में यह परियोजना "सिंटरिंग" नामक तकनीक का उपयोग करती है। सामग्री को उसके गलनांक से नीचे के तापमान पर गर्म किया जाता है, जिससे कण कसकर बंध जाते हैं। परिणामी ईंटें पृथ्वी पर सामान्य ईंटों की तुलना में तीन गुना अधिक स्थायित्व प्राप्त करती हैं और चंद्रमा की चरम स्थितियों का सामना करने के लिए यांत्रिक, थर्मल और विकिरण गुणों के लिए परीक्षण किया जाता है।
इन टिकाऊ निर्माण सामग्रियों पर अनुसंधान चीन के 2028-2035 अंतरिक्ष कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य चंद्रमा पर निवास के लिए आधार तैयार करना है। यदि यह परियोजना सफल होती है, तो चंद्रमा की ईंटें चंद्रमा पर भविष्य में आवास की दिशा में पहला कदम हो सकती हैं।